True Spiritual knowledge (from our Spiritual books)
Pages
(Move to ...)
CBI CHECK we want
Gyan Charcha
You Should know
incomplete santa
Sabda
vegeterian
Contact us
▼
Pages
(Move to ...)
Bhakti kaise Kare
Dass hona
Dr. Zakir Nayak (musalman Guru/ teacher)
Guru darsan
vegetarian
1. गीता का ज्ञान कब तथा किसने, किसको सुनाया, किसने...
2. काल भगवान अर्थात् ब्रह्म अविनाशी है या जन्मता-म...
3. क्या ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव अविनाशी हैं?
4. श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी...
5. रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु तथा तमगुण शंकर ह...
6. अविनाशी परमात्मा कौन है
7. गीता अध्याय 15 श्लोक 16 – क्षर और अक्षर पुरूष
8. पूर्ण मोक्ष क्या होता है
9. क्या गीता ज्ञान दाता ब्रह्म की भक्ति से पूर्ण म...
10. ऊँ तत् सत्’ इस मन्त्र के जाप से पूर्ण मोक्ष हो...
11. वह परमात्मा कौन है जो कुल का मालिक है
12. क्या ब्रह्मा, विष्णु तथा शंकर (शिव) की पूजा कर...
13. क्या क्षर पुरुष (ब्रह्म) की पूजा करनी चाहिए या...
14. ब्रह्म की भक्ति उत्तम नहीं है – गीता में प्रमा...
15. गीता ज्ञान दाता ने अपनी गति को अनुत्तम क्यों क...
16. केवल परम अक्षर ब्रह्म की ही पूजा (भक्ति) करनी ...
17. जो साधना हम पहले कर रहे हैं, क्या वह त्यागनी प...
18. पारखी संत श्री अभिलाष दास कह रहे थे कि संसार क...
19. क्या गीता में कहीं और भी लिखा है गीता ज्ञान दा...
20. परमात्मा साकार है या निराकार
▼
Showing posts with label
guru darsan
.
Show all posts
Showing posts with label
guru darsan
.
Show all posts
Tuesday, April 26, 2016
sat sanga me kon aate he
›
›
guru gobinda
›
sat Guru Rampaljee maharaj ki jay ho
›
12 साल के बच्चे को लगा 1100 वोट करंट का जट्का देखे ये विडिओ केसे बच गया ये मासूम बच्चा करंट से
›
pramatma pap nas karsakte he
›
मालिक ने जब आखरी समय मै अपने बच्चो को दर्शन दिए थे
›
Sunday, April 24, 2016
चरणामृत
›
पानी आकाश से गिरे तो........बारिश, आकाश की ओर उठे तो........भाप, अगर जम कर गिरे तो...........ओले, अगर गिर कर जमे तो...........बर्फ, फू...
Monday, December 28, 2015
भगत आत्माऐँ ध्यान देँ सदगुरु देँव जी बतातेँ है
›
भगत आत्माऐँ ध्यान देँ सदगुरु देँव जी बतातेँ है कि जब हम से गलती के कारण नाम खँण्ड हो जाता है फिर और भी गलतीयाँ कर बैठते है कि नाम तो खँण्ड ...
कबीर, गुरु-गुरु में भेद है, गुरु-गुरु में भाव । सोइ गुरु नित बन्दिये, शब्द बतावे दाव ॥
›
कबीर, गुरु-गुरु में भेद है, गुरु-गुरु में भाव । सोइ गुरु नित बन्दिये, शब्द बतावे दाव ॥ (१) प्रथम गुरू है पिता और माता। जो है रक्त बीज के दा...
1 comment:
असँख्य जन्म तोहे मरते होगे जीवित क्योँ ना मरे रे, द्वादश दर मद महल मठ बोरे फिर बहुर ना देह धरे रे !!
›
असँख्य जन्म तोहे मरते होगे जीवित क्योँ ना मरे रे, द्वादश दर मद महल मठ बोरे फिर बहुर ना देह धरे रे !! कबीर गुरु की भक्ति बिन, राजा ससभ होय...
›
Home
View web version