Saturday, January 2, 2016

सतगुरु देव जी की एक अनमोल वाणी है।



सतगुरु देव जी की एक अनमोल वाणी है।
टोटे मै भक्ति करै सोही सच्चा सपूत-
ये माया धरी मश्करे ना जाने कितने जा लिए ऊत।
परमात्मा की यह अनमोल वाणी केवल उन्ही पुयात्माओ पर खरी खरी उतरेगी जिनको वर्तमान समय में अपने व्यापार (BUSINESS) की चिंता नहीं बल्कि ये चिंता दिन रात लगी रहती है की मुझ पापी जीव आत्मा से इस समय किसी सेवा में चूक ना हो जाए या मालिक की कोई सेवा मुझसे छूट ना जाए।क्योंकि वर्तमान समय का एक एक पल हम भक्तो के लिए इतना कीमती है जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। सारे दिन में हमने कितना समय पिताजी को दिया अर्थात सेवा सुमरिन में लगाया और कितना समय माया अर्थात गुबरैले की तरह गोबर रुपी धन कमाने में गवाया, प्रतिदिन सारे दिन का हिसाब जोड़कर हमारे पिताजी हमारे GOOD ACCOUNT में लिख रहे है और इसी के हिसाब से वे हमारे सतलोक जाने का रास्ता भी बनाएँग
पुयात्माओ आने वाले कुछ ही समय में पिताजी के वचन के अनुसार सकल सृष्टि पर्वानिक अर्थात नाम दीक्षा लेगी इसमें कोई संशय नहीं है फिर क्योंना हम कुछ भागदोड़ अर्थात सेवाएं करके अर्थात निमित मात्र बनकर अपने कर्म बनाले।
ज्ञान गंगा पुस्तक के लिए आपजी अपने अपने कॉर्डिनेटर से संपर्क करके तुरंत प्राप्त करे और यदि कोई कॉर्डिनेटर समय पर उपलब्ध नहीं करवा रहा है तो आपजी इसके विषय में कारण पूछे व् जल्द ही मुहैया करवाने को बोले।
कॉर्डिनेटर भी हमारी तरह ही एक आम भक्त है उनसे कोई बात करते समय हिचकने या शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। परमात्मा ने उनको हमारी सेवा अर्थात समय पर जानकारी व् ज्ञान प्रचार सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए नियुक्त किया है।
जिस प्रकार राजनैतिक क्षेत्र में विधायक या MLA चुने जाते है उनका काम जनता की समस्याओ के समय पर समाधान करने व् विकास कार्यो के लिए होता है लेकिन हम अपनी ना समझी के कारण उनको इतना झूठा मान सम्मान दे देते है की वे अपने आपको देवता समझ बैठते है और हम उनको इतना प्रभावशाली समझने लगते है की बात करने से भी घबराते है और ये सोचते है जब तक पांच आदमी इकट्ठे होकर नहीं जायेंगे क्या पता भाव देगा या नहीं।
लेकिन ये फार्मूला नाही तो परमेश्वर के भक्ति मार्ग में होता है और नाही हमें अपनाना है।
इसलिए आपजी कॉर्डिनेटर को भी अपने जैसा ही आम भक्त भाई समझे व् अपने आध्यात्मिक जीवन से सम्बंधित सेवा या अन्य कार्यो के लिए खुलकर सहायता प्राप्त करे


सतगुर देव जी की कोई भी सेवा करके अपने पुण्यकर्म बनाने का अधिकार प्रत्येक भक्त बहन भाई को है इससे सम्बंधित सलाह यदि आपजी उचित समझे तो कॉर्डिनेटर भाई से अवश्य ले वरना सतगुरु देव जी की तरफ से तन मन धन से सेवा के खुलकर आदेश है बेझिझक होकर कीजिये।

कुछ सेवाओ के विषय में दास की पर्सनल राय है यदि ज्ञान आधार से आपजी को उचित लगे तो बिना विलम्ब के तुरंत करे।

1. फिलहाल आज सतगुरु देव जी हम सब को सुखी देखने के लिए पूरी दुनिया में बुरे बने हुए है भक्तो के आलावा कोई भी उन्हें सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता है। ऐसे में हमें भी चाहे अड़ोसी पड़ोसी हो या रिश्तेदार कोई किसी भी दृष्टि से क्योंना देखे हमें कोई चिंता नहीं होनी चाहिए।

मालिक की वाणी है।
सो छल छिद्र मै करू अपने जन के काज- हिरणाकुश उदर विदारिया और नरसिंह धर ल्यू साज।

पता नहीं हमारी कोनसी सेवा और किस व्यक्ति के लिए वरदान सिद्ध हो जाए।

इसके लिए सबसे पहले हर एक भक्त बहन भाई को जिसकी अपनी जैसी भी झोपडी है उसके दरवाजे के पास यानि सामने के पोर्शन में जहा भी जगह हो साइज के अनुसार कम से कम 3/2 फुट का तो होना ही चाहिए, गुरु गोविन्द की फोटो के साथ अवश्य जानिए वाला फलेक्स (बैनर) जरूर होना चाहिए। परमात्मा से दंडवत आज्ञा लेकर दास आपजी को एक दो दिन में तैयार बैनर व्हॉट्स एप्प कर देगा। आपजी उसी बैनर को अपने आस पास किसी प्रिंटिंग प्रेस वाले से ज्यादा से ज्यादा 100-150 रुपए देकर बनवा सकते है। पड़ोसी, उनके आये हुए कोई मेहमान या राह चलता हुवा कोई भी व्यक्ति मजाक,अनजाने में या पढ़कर , ज्ञान गंगा या साधना पर सत्संग सुनले और आप की घर से सामने बैनर लगाने वाली छोटी समझी जाने वाली सेवा उसके लिए दुनिया की सबसे बड़ी व् अनमोल वस्तु बन जाय। ये बात आपजी ज्ञान आधार से मुझ दास से बेहतर समझ सकते हो।
दास की आप सभी भाई बहनो से विनती है आपजी यह सेवा दूसरो को बताने से पहले अपने से शुरू करे उसके बाद इसे प्रत्येक भक्त को बताये व् बैनर बनवाने में उसकी पूरी मदत करे।

bhakta Nc Arya
 

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