Friday, February 19, 2016

काहे का भगवान???

कृष्ण के मरने के बाद गोपीयो को भिल्लो ने
लूठा अर्जुन को भी पीटा.. दुनिया के लोग
कृष्ण की फोटो के सामने अपनी अपने
बच्चो की जान की भीख मांगते है जब कृष्ण
जी शरीर मे थे जब वह यादवो और अभिमन्यु
को नही बचा पाये तुम लोग
तो फोटो को भगवान माने बैठे हो तुम्हे कैसे
बचायेगे..
लोग शिव को भगवान मानते है एक बार भष्मासूर
ने तप किया शिव से भष्म कडा लेकर शिव के
पीछे भाग लिया.. शिव भगवान डर कर आगे आगे
भाग रहे थे और उनका पुजारी उनको मारने के
लिए उनके पीछे भाग रहा था. बताओ शिव खुद
की रक्षा नही कर सकते अगर शिव को भी मरने
से डर लगता हैा
पार्वती हवन कुंड मे कूदकर मर गई थी शिव
तो अन्तर्यामी भगवान थे उनको क्यो मालूम
नही हुआ.. क्यो पार्वती को नही बचा पाये..
जो अपनी पत्नी की रक्षा नही कर सकते वह
दूसरो की क्या करेगे..
केदारनाथ मे सैकडो लोग मारे गए शिव
क्यो नही बचा पाये.. हरिद्वार 1991 मे नीलकंठ
पर हजारो लोग मारे गए थे एक बार हरिद्वार मे
2500 साधु कुम्भ के मेले मे आपस मे कट कर कर मर
गये शिव क्यो नही बचा पाये?? भगवान थे
तो क्यो नही बचाया ????
--> राम को भगवान मानते हो राम को ये
नही पता मेरी सीता को कौन उठा ले गया ??
सीता का पता लगाने के लिए
भी सेना का सहारा लिया काहे
का भगवान??? सीता को रावण उठा ले गया..
राम एक सीता की रक्षा नही कर
पाया तुम्हारी क्या करेगा.. 14 वर्ष जंगल मे
भटकने की क्या जरूरत थी.. अगर जंगल मे
राक्षसो को मारना था तो वैसे जाकर भी मार
सकते थे.. ये वनवासी का ढोंग करने
की क्या जरूरत थी.. राम जी तो भगवान थे पहुच
जाते सीधे लंका मे मार देते रावण को...
क्या जरूरत थी सीता को 12 साल तक रावण
की कैद मे डालने की...
हिन्दू धर्म के मुर्खो जैसे राम ने रावण को मारने
के लिए अपनी प्रिय सीता को उसकी कैद मे
डाला था और करोडो सैनिको का बलिदान
दिया ...
ठीक इसी तरह रामपाल जी महाराज ने इस
संसार से काल के अज्ञान को हराकर पूर्ण
परमात्मा के ज्ञान को जीताने के लिए अपने
अतिप्रिय शिष्यो को कुछ समय के लिए पुलिस
की जेल मे डाला और खुद भी चले गये.. जैसे
सीता माता के लिए करोडो सैनिको ने
बलिदान दिया.. ठीक इसी तरह इस विश्व
कल्याण के लिए सतलोक आश्रम मे कुछ भगत
बहनो ने बलिदान दिया.. आने वाले समय मे
दुनिया उनको याद करेगी.. किसान
को ज्यादा से ज्यादा लोगो का पेट भरने के
लिए बीज को मिटटी मे
मिलाना पडता हैा इसी तरह रामपाल
जी महाराज ने विश्व कल्याण के लिए अपने
शिष्यो और खुद को जेल मे ले जाकर मिटटी मे
मिला दिया है लेकिन भविष्य मे इस विश्व के
लोग रामपाल जी को पलखो पर बैठायेगे जब
उनको सच्चाई का पता चलेगा..
कबीर - जब कलयुग 5500 वर्ष बीत जाये, तब एक
महापुरूष फरमान जग तारन को आये..
तो कलयुग 5500 वर्ष बीत चुका है रामपाल
जी महाराज आ चुके हैं । —

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