Tuesday, October 18, 2016

परमात्मा ने बरवाला काण्ड के दोषियों के सीधे सीधे शब्दों में नाम तक बोल रखे है

सत साहेब।।

नीचे अपनी आँखों से परमात्मा ने बरवाला काण्ड के दोषियों के  सीधे सीधे शब्दों में नाम तक बोल रखे है और कहा है कि एक दिन देख लेना मेरा कसूर नहीं निकलेगा, इन लोगो ने मेरा बना बनाया आशियाना उजाड़ दिया है,






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इसके अलावा सतगुरु देव जी ने ( रिमांड के दौरान पुलिस डिस्क्लोजर में कहा है ) पुलिस के सवाल के एक जवाब में यह भी कहा कि आश्रम में जितने भी गलत काम हुआ करते थे और हुये है उन सब के जिम्मेदार वे सेवादार और सिमिति आले है, देखिये नीचे डिस्क्लोजर रिपोर्ट

बरवाला काण्ड के समय राजकपूर ढाका ने तो मीडिया में सरेआम,  यहाँ तक अपना बयान दे दिया था कि यदि संत रामपाल जी महाराज 17 तारीख को खुद कोर्ट जाना चाहे तो भी हम उन्हें नहीं जाने देंगे, देखिये नीचे


(RSSS के संबिधान के पॉइंट नंबर 12 को सही साबित करते हुऐ)















राजकपूर का बयान व् rsss का पॉइंट नंबर 12, जिसमे साफ़ साफ़ कहा गया है कि "राष्ट्रीय समाज सेवा सिमिति संत रामपाल जी महाराज से कोई दिशा निर्देश नहीं लेगी।

यहाँ संगत को स्वयं विचार करना होगा की राजकपूर के इस बयान ने व् rsss के पॉइंट नंबर 12 ने यह साबित कर दिया है की बरवाला काण्ड में किस कदर इन लोगो ने मनमाने आदेश पारित कर कर के भोली आत्माओ को काल भगवान् के मुँह ने डाल दिया था, और आज कोर्ट में भी बेशर्मो की तरह, बरवाला काण्ड के समय मीडिया को चीख चीख कर दिए बयानों से मुँह फेरते हुये बरवाला काण्ड का सारा का सारा दोष सतगुरु देव जी पर ही डाल दिया है और उन्हें झूठा साबित करने की पुर जोर कोशिश की है कि

 "महिलाओं व् बच्चो को ढाल बनाने के आदेश हमें संत रामपाल जी महाराज ने नही दिए थे,

मालिक को झुट बोल्ने  कि आरोप लगा रहे हे ये RSSS वाले (राजकुमार, पुरसोतम बलजित )

देखे नीचे।।।।।।।।।।।



पुण्यात्माओं आज यदि आपने अपनी आखो से नीचे राजकपूर का वीडियो और गुरूजी द्वारा सीधे शब्दो में लीये गए बरवाला कांड के दोषियों के नाम पढ़कर भी आँखे नहीं खोली तो यही समझा जायेगा की,

आप झूटके साथ दे रहे हे 

मालिक बताते हे कि 
                            " सच कहु तो जग ना माने झूट कहि ना जहि हों "

सच  बराबर तप  नही झुट बरा बर पाप,
                  जाके हीर्दय सच हे ताके हिर्दय आप।

जान बुझ साची तजे करे झूट से नेह
                ताकी संगति हे प्रभु स्वपन मे भी न देह।

                                        "सोइ जान मेरा निर खिरका करे निबेरा"


यदि अभी भी आँखे नहीं खोली और इस Rsss के घोर पाखंड से सचेत नहीं हुए तो उस भक्त आत्मा के साथ क्या बनेगी ये तो परमेश्वर ही जानते है,

आज इतने ढेरो सबूत देखकर व् सच्चाई सुनकर भी यदि किसी भक्त आत्मा ने अपनी आँखे नहीं खोली, और यदि वह फिर भी यह कहता है कि मुझे सतगुरु देव जी से प्रेम है तो समझो उसका प्रेम झूठा है,

उसे आज चिंता अपने पिताजी की नहीं बल्कि अपने नाम और झूठी शानो शौकत की है कि कही संगत में मेरा नाम बदनाम ना हो जाए, हमारी असली इज्जत, हमारा नाम, हमारी शानो शौकत, हमारा ऐश्वर्य, हमारा धन, हमारा असली समाज कुल परिवार भाई बंधू सखा, सब हमारे सतगुरु देव जी है,

और सारे सबूत आखो देखने के  बाद भी की जिन भक्त कहलाने वाले गद्दारो ने हमसे हमारी इज्जत छीन ली है उसके बाद भी यदि हम उनका साथ दे रहे है तो समझ लेना पुण्यात्माओं हम अपने परम पिता से उन गद्दारो से भी बढ़कर गद्दारी कर रहे है।

जिन्होंने बरवाला काण्ड में साक्षात् उस परमात्मा के आश्रम में रहते सहते उनके साथ इतना बड़ा विस्वासघात कर डाला और उनके आदेशो के नाम और पूरे भक्त समाज को गुमराह कर डाला, आज तक उन्हें अपने कीये पर जरा भी शर्म नहीं है बल्कि उससे भी बढ़चढ़ कर संगत को काल भगवान् के मुँह में ले जाने का काम बरवाला काण्ड की तरह उसी परमात्मा के आदेश बताकर कर रहे है, औ फिर भी हम बेफिक्र होकर उनकी हां में हां मिला रहे है तो समझो हम कहने को तो हंस है लेकिन कर्म अभी भी बगुले के ही है,

क्योंकि हंस आत्मा अपनी पिता के ज्ञान आधार से चलती व् निर्णय लेती है।

हम सेवक अपने पिताजी की शिक्षाओं पर चलते हुये अपने कर्म से विचलित नहीं हो सकते है अर्थात सेवक का कर्म इस समय संगत को सच्चाई बताना है, जो हम कर रहे है और परमात्मा की रजा से आगे भी करते रहेंगे। परमात्मा ने भारत वर्ष के कोने कोने में अपने सेवक खड़े कर दिये है, और Rsss की हर एक साजिश व् चाल की खबर रखते है।

 भक्तो को तारीखों पर इकठ्ठा करके प्रशासन व् न्यायपालिका को भड़काना जगह जगह रैली व् धरने प्रदर्शन करके सरकार में रोष पैदा करना व् भक्त समाज  की छवि को धूमिल करना। जगह जगह सत्संग करके चन्दा जमा करना व् भक्त समाज को निंदा रुपी गीत सुनाकर ईर्ष्या पैदा करना।


तत्त्वज्ञान हीन AP सिंह जैसे किराये के वकीलों से, परमात्मा के तत्त्वज्ञान से सराबोर भक्त समाज में ज्ञान विरुद जोश भरना, वकीलों की झूठी व् थोथी कहानियां बनाकर की हमने टॉप वकील कर रखे है उनकी फ़ीस के नाम पर भोले भक्त समाज को लूटना, भोले भक्त समाज को वास्तविकता से दूर रखकर केवल एक पक्षीय आधार से मोहन लाल के आदेशो को गुरूजी के आदेश बताकर  फैसले लेने के दबाव डालना ।
ये वकील मैनेजमेंट ने गुरूजी की जमानत के लिए नहीं बल्कि RSSS के बचाव के लिए कर रखे है।

 इस लिंकपे click करे AP SHING के बारे मे जनने  लिये ........AP Singh



क्योंकि गुरूजी की जमानत तभी संभव है जब RSSS अपनी गलती स्वीकार करते हुए कोर्ट में यह बयान दे की हमने ही संत रामपाल जी महाराज जी को तारीख पर जाने से रोका था। 

जैसा की नीचे वीडियो में राजकपूर कहा रहा है।


जब भी बरवाला काण्ड के दोषी, महेंद्र, बलजीत, रामकुमार ढाका, राजकपूर, राजेंद्र, बलवान जाखड़ व् अन्यो का कोई नाम भी लेता था तो तुरंत संगत को गुमराह करने की दृष्टि से  Rsss की तरफ से एक मैसेज डाल दिया जाता था,  जिनमे सतगुरु देव जी का हवाला देकर लिखा जाता था कि

 "ये सब खेल हमारे किये -  हमसे मिले सो निश्चय जीये"

इसके बाद भक्त बहन भाई अपनी बुध्दि पर जोर देकर सोचना ही बंद कर दिया करते थे.  की ये सब मालिक की ही लीला है, लेकिन देखिये यदि ये ऐसा नहीं करते है तो इन्हें दान चंदा व् इनके इशारों पर चलने वाली संगत स्वयं अपने पैर पर कुल्हाड़ी चला रही है।

अंत में सभी भगतो की तरफ से पुनः अपने भक्त भाई बहनों से करबद्ध  प्रार्थना है कि हमें सतगुरु देव जी ने यह तत्त्वज्ञान देकर आखो पर पट्टी बांधकर तमाशा देखने के लिए नहीं, बल्कि इस विशेष समय में उस तत्त्वज्ञान को आधार बनाकर अर्थात उसकी रौशनी में अपने पराये को समझकर व् कोई निर्णायक फैसले लेने के लिए दिया था,
आज कोन इस तत्त्वज्ञान का use और कौन misuse  कर रहा है

परमात्मा प्रेरणासे  अपनी अंतरात्मा से स्वयं निर्णय कीजिये और फिर आगे कोई कदम उठाये।

अगर आपको ये सहि लागे तो
जरुर Share केरे मालिक कि पुण्य आत्माओं के पास ये ज्ञान पहुचाने मे सहयोग दे। ……
सात साहेब

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