सोना सज्जन साधू जन , टूट जुड़े सौ बार |
दुर्जन कुम्भ कुम्हार के , एइके ढाका दरार ||
दुर्जन कुम्भ कुम्हार के , एइके ढाका दरार ||
अर्थ : सोने को अगर सौ बार भी तोड़ा जाए, तो भी उसे फिर जोड़ा जा सकता है। इसी तरह भले मनुष्य हर अवस्था में भले ही रहते हैं। इसके विपरीत बुरे या दुष्ट लोग कुम्हार के घड़े की तरह होते हैं जो एक बार टूटने पर दुबारा कभी नहीं जुड़ता।
sona sajjan sadhu jan, tut jude sau bar
durjan kumbha kumhar ke, eaike dhakaa daraar
if the Gold and Good people(sadhu) break down hundread times then also they willl togather. but to bad people and mud items in a one heat they can break for foreever