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Tuesday, June 28, 2016

गरीबदास जी साहिब जी द्वारा झुमकरा को तत्वभेद समझाना

नाभी कमल मेँ पेठिये रे झुमकरा,
चल बँकनाल के घाट सुनो राय झुमकरा !
इला पिँगला फेरिये रे झुमकरा ,
ऊतरो औघट घाट सुनो राय झुमकरा !
शुषमन सुरत लगाइये रे झुमकरा,
वो खोलो बज्र कपाट सुनो राय झुमकरा !
काया नगरी जद बसे राय झुमकरा ,
जद घर आवे आठ सुनो राय झुमकरा !
द्वादश बँध लगाइये राय झुमकरा,
जहाँ कोटि कला शशी भान सुनो राय झुमकरा !
जहाँ दोना मरुआ फूल ह राय झुमकरा,
सूरजमुखी सुभान सुनो राय झुमकरा !
सुरत निरत दो हँसनी राय झुमकरा ,
अनभय मालन ऊतरी राय झुमकरा,
फूलन शेज बिछाइ सुनो राय झुमकरा ,
छत्र सिँहासन शवेत है रे झुमकरा,
पलकोँ चोरा डुराइ सूनो राय झुमकरा ,
अरस देवँग ना गावही र झुमकरा,
बिन पग का जहाँ पँथ है रे झुमकरा ,
मकरतार की डोर सुनो राय झुमकरा !
ओर कहुँ कुछ और है रे झुमकरा ,
बिन देही का देव सुनो राय झुमकरा !
स्वर्ग रसातल मेँ बसे र झुमकरा,
जाकी करले सेव सुनो राय झुमकरा ,
तीन चरण चिँतामणी रे झुमकरा,
गर्दन, गरीब मरोर सुनो राय झुमकरा !
सकल भेद तोसे कहुँ रे झुमकरा,।
तुम सुणियो शब्द सँदेश सुनो राय झुमकरा !
इन नेना दिखलाइये रे झुमकरा,
केसा है वो देश सुनो राय झुमकरा !
पल नीचे पल ऊपरे रे झुमकरा,
तामद नरक निहार सुनो राय झुमकरा, अजर
नजर आवे नहीँ रे झुमकरा.
खेले अधर अधार सुनो रे झुमकरा !
स्वर्ग रसातल भिन सुनो रे झुमकरा,
त्रिकुटि छाजे बेठ के रे झुमकरा, 

वो देखो रामरतन सुनो राय झुमकरा !
सनकादिक नारद रटे रे झुमकरा,
ये रटे ब्रह्मा, विष्णु, महेश सुनो राय झुमकरा !
सहँश फुना मुख गावही रे झुमकरा,
ये ध्यान धरत है शेष सुनो राय झुमकरा !
नेनोँ ही मे नेन रख रे झुमकरा !
दास गरीब अतोल ह रे झुमकरा, 

अवगत पुरुष अलेख सुनो राय झुमकरा !
अधर समाधी लाइये रे झुमकरा,
अधर देख दिदार सुनो राय झुमकरा !
अधर राग रँग होत है रे झुमकरा,
अधर रास विलास सुनो राय झुभकरा,
अधर स्वर साहेब धणी रे झुमकरा ।।

सत साहेब जी

Monday, December 28, 2015

झुमकरा, jhumkara



नाभी कमल मेँ पेठिये रे झुमकरा, चल बँकनाल के घाट

सुनो राय झुमकरा !
इला पिँगला फेरिये रे झुमकरा , ऊतरो औघट घाट सुनो राय झुमकरा !
शुषमन सुरत लगाइये रे झुमकरा, वो खोलो बज्र कपाट सुनो राय
झुमकरा !
काया नगरी जद बसे राय झुमकरा , जद घर आवे आठ
सुनो राय झुमकरा ! द्वादश बँध लगाइये राय झुमकरा जहाँ कोटि कला
शशी भान सुनो राय झुमकरा ! जहाँ दोना मरुआ फूल ह
राय झुमकरा, सूरजमुखी सुभान सुनो राय झुमकरा !
सुरत निरत दो हँसनी राय झुमकरा , अनभय मालन
ऊतरी राय झुमकरा, फूलन शेज बिछाइ सुनो राय झुमकरा
, छत्र सिँहासन शवेत है रे झुमकरा, पलकोँ चोरा डुराइ सूनो राय
झुमकरा , अरस देवँग ना गावही र झुमकरा बिन पग का
जहाँ पँथ है रे झुमकरा , मकरतार की डोर सुनो राय
झुमकरा !
ओर कहुँ कुछ और है रे झुमकरा बिन देही का देव
सुनो राय झुमकरा !
स्वर्ग रसातल मेँ बसे र झुमकरा जाकी करले सेव सुनो
राय झुमकरा ,
तीन चरण चिँतामणी रे झुमकरा गर्दन,
गरीब मरोर सुनो राय झुमकरा !
सकल भेद तोसे कहुँ रे झुमकरा,तुम सुणियो शब्द सँदेश सुनो राय
झुमकरा !
इन नेना दिखलाइये रे झुमकरा, केसा है वो देश सुनो राय झुमकरा !
पल नीचे पल ऊपरे रे झुमकरा, तामद नरक निहार सुनो
राय झुमकरा, अजर नजर आवे नहीँ रे झुमकरा.खेले
अधर अधार सुनो रे झुमकरा !
स्वर्ग रसातल भिन सुनो रे झुमकरा, त्रिकुटि छाजे बेठ के रे झुमकरा,
वो देखो रामरतन सुनो राय झुमकरा !
सनकादिक नारद रटे रे झुमकरा ,ये रटे ब्रह्मा, विष्णु, महेश सुनो
राय झुमकरा !
सहँश फुना मुख गावही रे झुमकरा, ये ध्यान धरत है
शेष सुनो राय झुमकरा !
नेनोँ ही मे नेन रख रे झुमकरा !
दास गरीब अतोल ह रे झुमकरा, अवगत पुरुष अलेख
सुनो राय झुमकरा !
अधर समाधी लाइये रे झुमकरा अधर देख दिदार सुनो राय
झुमकरा !
अधर राग रँग होत है रे झुमकरा अधर रास विलास सुनो राय झुभकरा,
अधर स्वर साहेब धणी रे झुमकरा —